Sunday, March 9, 2008

कुछ सुझाव

  1. सरकार को आरक्षण समाप्त कर देना चाहिये क्योंकि आरक्षण के कारण समाज

कई हिस्सों मे बँट गया है। पहले ही समाज विभिन्न धर्मों मे बिख़रा हुआ है

लेकिन हिन्दू धर्म को भी बाँट कर रख दिया गया है। समाज को पाँच हिस्सों

में वर्गीकृत करना चाहिये-

1) उच्च वर्ग

2) उच्च-मध्यम वर्ग

3) मध्यम वर्ग

4) निम्न-मध्यम वर्ग

5) निर्धन वर्ग

इन वर्गो के हिसाब से आरक्षण देना चाहिये जिसमे 4 तथा 5 वें वर्ग पर

ज्यादा ध्यान देना चाहिये। इसमे परिवार की आय के साथ-साथ अन्य चीजो

पर भी ध्यान देना चाहिये। अगर इनका कल्याण हो गया तो देश से असली

गरीबो का उद्धार होगा।

  1. आजकल एड़स जैसी भयावह बीमारी भारत में काफ़ी तेजी से फ़ैल रही है।

सारे विश्व मे सबसे ज्यादा रोगी भारत में पाये जाते है। दरअसल यहाँ पर

काम कर रही स्वयंसेवी संस्थाओं की परेशानी ये है कि वो भारत में ठीक

तरह से जागरुकता नही फ़ैला पा रही है क्योंकि वेश्याओं को ढूँढ़ना काफ़ी

मुश्किल होता है। रेडक्रास जैसी संस्थायें भी इन वेश्याओं तक दवाये नहीं

पहुँचा पाती है। इस कारण ये संक्रमित वेश्याये बहुत बुरी परिस्थितियों मे

जीती है तथा जानकारी के अभाव मे आम जनमानस इनके सम्पर्क मे आकर

खुद भी पीडित हो जाते है।

इसका समाधान है कि वेश्याव्रत्ति को उधोग का दर्जा दे दिया जाये तथा इस

पर कर भी लगाया जाये जिससे सरकार को राजस्व की प्राप्ति भी हो तथा

इसमे काम करने वाली महिलाओं को सरकार सूचीबद्ध करे। ताकि समय समय

पर इनकी जाँच भी होती रहे तथा सूचीबद्ध करने से पहले वेश्या बनने की

इच्छा रखने वाली महिलाओ तथा पुरुषों की एड़स की जाँचपड़ताल की जाये।

इनको मुफ़्त मे गर्भनिरोधक बाँटा जाये तथा इनको अपनी दुकान खोलने की

अनुमति दी जाये लेकिन आबादी से कुछ दूर तथा केवल रात 11 बजे से

सुबह 4 बजे तक ही।

हमारी संस्कृति मे वेश्यालय को सामाजिक स्वीकारोक्ति प्राप्त थी तथा वेश्याओं

को सम्मान की नजरों से देखा जाता था। इससे समाज मे बलात्कार की

घटनाओं मे भी कमी आती है तथा लोग कामकाज मे भी ध्यान देते है क्यों

कि वर्तमान मे आम लोग केवल यौन कुंठाओ मे उलझे रहते है।

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